Great Benefits of Copper Utensils | तांबे के बर्तनों के अद्भुत फायदे

वर्तमान समय की भागदौड़ भरी जीवन शैली में हमें तांबे के बर्तनों के अद्भुत फायदे (Great Benefits of Copper Utensils) के बारे में पता होना बहुत जरुरी है। तांबे के बर्तन प्रयोग करके हम आज के इस भागदौड़ के जीवन में बहुत सी बिमारियों से बच सकते है। आज हम तांबे के बर्तनों के अद्भुत फायदे और उनके सही प्रयोग के बारे में जानेगे।

Great Benefits of Copper Utensils

तांबे के बर्तनों के अद्भुत फायदे | Great Benefits of Copper Utensils

कॉपर एक जरूरी मिनरल है जो शरीर के लिए बहुत जरूरी है। तांबा एक ऐसी पोषण प्रदान करने वाली धातु है जिसकी हमारे शरीर में प्रचुर मात्रा में जरूरत होती है। यह लोहे के साथ मिलकर शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं को आकार देने में मदद करती है। जब हम तांबे के बर्तनों में पानी पीते हैं तो ये शरीर के आयरन तत्वों के साथ मिलकर शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करती है। यह धातु स्वस्थ हड्डियों, रक्त वाहिकाओं, नसों और रोग प्रतिरक्षा प्रणाली के रखरखाव में सहायता करती है। तांबा लाल रक्त कोशिकाओं और उसके संयोजी ऊतकों के निर्माण के लिए आवश्यक घटक है।

What is Copper Metal | तांबा धातु क्या है

संसार में जितनी भी धातुएं है वह सभी मुख्य आठ धातुओं से बनी है जिन्हे अष्ट महा धातु कहा जाता है। तांबा इन्ही अष्ट महा धातुओं में से एक धातु है। तांबा एक भौतिक खनिज (Mineral) है, जिसे ताम्र भी कहा जाता है। इसका रासायनिक संकेत Cu है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। तांबे में टिन और जस्ता (Zinc) मिलाकर कर्मांश काँसा और पीतल जैसी मिश्रित धातुएँ तैयार की जाती है।

तांबा धातु के प्रकार | Types of Copper Metal

तांबा धातु दो प्रकार का होती है :-

  1. मलेच्छ तांबा
  2. नेपालिया तांबा
मलेच्छ तांबा

मलेच्छ तांबा एक मिलावटी तांबा होता है। इस तांबे में कई प्रकार के दोष पाए जाते है। इस तांबे के बर्तन का कभी भी प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एक अशुद्ध धातु होती है। मलेच्छ तांबे में 8 प्रकार के दोष पाए जाते है। यह तांबा शरीर के लिए घातक होता है।

मलेच्छ तांबा विकृत, खुरदरा, नमी रहित और कठोर होता है। यह तांबा कई बार विषैला भी होता है। मलेच्छ तांबे के प्रयोग से पेट में गड़बड़, अपच, सरदर्द, घुटनो में परेशानी, रक्त दोष आदि मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यह तांबा स्वस्थ व्यक्ति को भी बीमार कर सकता है।

नेपालिया तांबा

नेपालिया तांबा 99.9% शुद्ध तांबा होता है। यह तांबा विष-मुक्त, गुणकारी, औषधियों गुणों से युक्त होता है। नेपालिया तांबा वह तांबा है जिसमे विष नहीं होता है। इसके अंदर औषधीय गुण होते है। नेपालिया तांबे में रखा पानी बहुत से औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इस तांबे के बर्तन या अन्य कोई सजावट की वस्तु घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते है।

पीतल का इतिहास | History of Brass

मानव सभ्यता के इतिहास में तांबा धातु एक प्रमुख स्थान रखती है क्योंकि प्राचीन काल में मनुष्य द्वारा खोजी जाने वाली सबसे पहली धातु तांबा है। तांबा मनुष्य द्वारा खोजी गई सबसे पहली धातु है और तांबा ही पहली धातु है जिसका उपयोग मानव द्वारा आम जीवन किया जाना शुरू किया गया था।

तांबे की खोज आज से 10000 साल पहले हुई पर इसका आम जीवन में प्रयोग के साक्ष्य 5000 साल पहले के मिलते है। तांबा धातु पर इतिहास में एक पूरा युग रहा है जिसे “ताम्र युग” (Copper Age) कहा जाता जाता है। ताम्र युग को आमतौर पर 3200 से 2200 ईसा पूर्व के बीच माना जाता है। तांबा पुरातन समय में इतना उपयोगी था कि इसका इस्तेमाल कई तरह की वस्तुएं बनाने में होने लगा।

औजारों और हथियारों से लेकर सजावट, बर्तन, सिक्के और आभूषणों को बनाने तक तांबे का प्रयोग किया जाने लगा। तांबे का महत्व तब और भी बड़ जब इसमें टीन (Tin) और जस्ता (Zinc) जैसी अन्य धातुएं मिला काँसा और पीतल जैसी मिश्रित धातुएं बनाई गई।

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तांबे के गुण | Qualities of Brass

तांबा एक अद्भुत धातु है जिसमें कई लाभकारी गुण हैं, यही वजह है कि तांबा मानव जाति के आरंभ से ही इतना महत्वपूर्ण रहा है। तांबा बिजली और गर्मी की एक बहुत ही अच्छी सुचालक धातु है, जिस कारण इसे बिजली की तारों, हीटिंग उपकरण, टीवी, रेडियो, कंप्यूटर, मोबाइल फोन आदि में प्रयोग किया जाता है। 

तांबे का रंग लाल-नारंगी होता है। यह एक ठोस धातु है। तांबे को अन्य धातुओं में मिलाया जाता है ताकि उनका लचीलापन, कठोरता, रंग और जंग प्रतिरोध को बेहतर बनाया जा सके। तांबा आसानी से ढाला जाने वाला धातु है। तांबे के ऊपर दिए गुणों के कारण ही सोने के आभूषणों को बनाने के लिए तांबे का मिश्रित धातु के रूप में प्रयोग आम है।

तांबे के बर्तनों के अद्भुत फायदे | Great Benefits of Copper Utensils

तांबे के बर्तनों के अद्भुत फायदे जो हमारे जीवन में बहुत बड़ा बदलाव ला सकते है। तांबा हमारे मानव शरीर में एक जरूरी तत्व है जो विभिन्न जैविक कार्यों में मदद करता है। वैज्ञानिक शोधों के अनुसार तांबा स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है। क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरिया जैसे तत्व पाए जाते हैं जो आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। तांबे के बर्तन में रात भर रखा पानी एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। रोजाना तांबे के बर्तन का पानी पीने से कई तरह की बीमारियों से बचाव हो जाता है।

  1. तांबे के बर्तन के प्रयोग से बार बार वायरल इन्फेक्शन होना जुकाम होना आदि में बहुत लाभ मिलता है। 
  2. तांबे के प्रयोग से मन की एकाग्रता में वृद्धि होती है काम करने में मन लगता है। 
  3. तांबे के प्रयोग से शरीर से आलस्य दूर होता है। 
  4. तांबा हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और नकारात्मक ऊर्जा को हमारे शरीर से दूर करता है। 
  5. महिलाओं की माहवार (Period) की समस्या में, सुबह खाली पेट रात भर तांबे के बर्तन में रखें पानी को पीने से लाभ मिलता है। 
  6. तांबे के बर्तन में रखें पानी को पिने से चेहरे पर उम्र के साथ झुर्रियां (Wrinkles) कम दिखाई देती है। 
  7. तांबे के बर्तन में रखें पानी को पीने से शरीर का पाचन तंत्र दुरुस्त होता है और शरीर पाचन समर्था में वृद्धि है। 
  8. तांबे के बर्तन में रखें पानी को पिने से शरीर की रोगों से लड़ने शक्ति (Immunity) में वृद्धि होती है। 
  9. शुद्ध तांबे के बर्तन में रात भर रखे पानी में इस तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट्स पैदा होते हैजो कैंसर से लड़ने से हमारे शरीर की मदद करते है। 
  10. तांबे के बर्तन के प्रयोग के खून की कमी (Anaemia) रोग में लाभ मिलता है। 

तांबा के बर्तन उपयोग करने में सावधानियां | Precautions for Using Brass Utensils

तांबे के बर्तनों के जहाँ अनेकों फायदे है वहाँ हमें तांबे के बर्तनों को उपयोग करने में बहुत सी सावधानियां का भी ख्याल रखना चाहिए। तांबे के बर्तन खट्टी वस्तुओं के साथ क्रिया करके कई तरह के अमल बनाते है, जो हमारे शरीर को अलग-अलग तरह के नुकसान पहुंचा सकते है। तांबे के बर्तनों को इस्तेमाल करने से पहले नीचे दी सावधानियों का जरूर ध्यान रखें।

  1. तांबे के बर्तन का प्रयोग सिर्फ और सिर्फ पानी पीने के लिए करें। 
  2. तांबे के बर्तन का प्रयोग खाना पकाने या खाना खाने के लिए कभी न करें, सिर्फ विशेष हालातों में चिकित्सक या वैद्य के देख रेख में ही इस्तेमाल करें। 
  3. तांबे के बर्तन को नियमित रूप से साफ करते रहें, इस पर जंग जैसा पदार्थ न जमने दें। 
  4. तांबे के बर्तन में किसी भी तरह खट्टी वस्तुओं का प्रयोग ना करें। 
  5. तांबे के बर्तन की सफाई कुछ दिनों बाद निम्बू, इमली, रेत आदि से करें, जिससे इनकी चमक पूरी तरह से वापिस आ जाती है। 
  6. लगातार 3 महीने तांबे के बर्तन में पानी पीने के बाद 1 से 2 महीने के लिए बंद करके फिर से शुरू कर दे। 
  7. ज्यादा मात्रा में तांबे के बर्तन में पानी पीने से पेट में दर्द, गैस, और आंतों में घाव हो सकता है। 
  8. शरीर में तांबे की मात्रा बढ़ने से लिवर, किडनी और आँखों को नुकसान हो सकता है। 
  9. गर्मियों में तांबे के बर्तन में ज्यादा और लम्बे समय तक पानी ना पिए, इससे से सरीर में गर्मी बढ़ सकती है। 

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